अस्थमा किसी को भी किसी भी उम्र में हो सकता है। लेकिन इसकी पहचान करना आज भी एक जटिल प्रक्रिया है। ऐसे में चाइल्ड कोहार्ट स्टडी (चाइल्ड) – Child Cohort Study (CHILD) से जुड़े शोधकर्ताओं की टीम ने लक्षणों पर आधारित एक नया और सामान्य स्क्रीनिंग तकनीक विकसित की है। इस तकनीक से दो साल तक के बच्चे की भी जांच शुरुआत में ही की जा सकती है। चाइल्डहुड अस्थमा रिस्क टूल या चार्ट (Childhood Asthma Risk Tool or Chart) के बारे में विस्तृत जानकारी जर्नल आफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (Journal of the American Medical Association) में प्रकाशित हुई है। चाइल्ड की निदेशक तथा पीडियाट्रिक अस्थमा की विशेषज्ञ और इस अध्ययन की सहायक वरिष्ठ लेखिका डाक्टर पद्मजा सुब्बाराव (Dr Padmaja Subbarao) ने बताया है कि दुनियाभर में अस्थमा से करीब 33 करोड़ लोग पीड़ित हैं। इससे स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी-भरकम खर्च होता है। लेकिन यदि बच्चों में शुरुआत में ही इसकी जांच और समय पर इलाज हो जाए तो परेशानी कम होने के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं पर आर्थिक बोझ भी कम होगा।
Please login to comment on this article