हम सभी ने बचपन से ही पीपल के पेड़ से जुड़ी भूतिया कहानिया जरूरी सुनी होगी कि रात के समय पीपल के पेड़ के पास से नहीं जाना चाहिए अगर दिन में भी अकेले हैं तो भी पीपल के पेड़ के निचे से नहीं जाना चाहिए। क्योंकि पीपल के पेड़ के ऊपर भूतों का वास होता है। सच मानिये ऐसा कुछ नहीं है, पीपल का पेड़ भूतिया नहीं होता। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार पीपल का पेड़ सबसे ज्यादा पूजनीय माना गया है और इस पेड़ में कई देवताओं का वास माना जाता है। सनातन धर्म में पीपल पेड़ को देव वृक्ष कहा जाता है। अतः पीपल पेड़ की पूजा-उपासना की जाती है। धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से पीपल मनुष्य के लिए बेहद उपयोगी पेड़ है। सनातन शास्त्रों की मानें तो पीपल के पेड़ में भगवान श्रीहरि विष्णु जी और माता लक्ष्मी जी वास करते हैं। वहीं इस पेड़ का संबंध शनी देव से भी माना जाता है।
पीपल का पेड़ हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है आप इसका अंदाजा इस बात से भी लगा सकते हैं कि आयुर्वेद में पीपल का पेड़ भी बहुत मान्य रखता है। आयुर्वेद में पीपल के पेड़ को एक खास औषधीय पेड़ के रूप में स्थान प्राप्त है और इसकी मदद से सामान्य से गंभीर और अति गंभीर रोगों का निवारण किया जा सकता है।
अगर आप भी पीपल के पेड़ को भूतिया मानते हैं तो आपको Medtalks पर लिखे इस लेख को आखिर तक पूरा पढ़ना चाहिए ताकि आप इस बारे में जान सके कि यह पेड़ आपको कितनी बीमारियों से बचा सकता है।
दमा रोग में आराम दिलाए Give relief in Asthma –
अगर आप अस्थमा यही दमे की बीमारी से जूझ रहे हैं तो आप पीपल के पेड़ से इस बीमारी में आराम ले सकते हैं। अन्य पेड़ों के मुकाबले पीपल का पेड़ अपने आसपास की हवा को ज्यादा शुद्ध रखता है और इसके आसपास ज्यादा ऑक्सीजन होती है जो कि सामान्य रूप से हमारे लिए काफी फायदेमंद है। साथ ही पीपल के पेड़ के खुद उपायों की मदद से सांस से जुड़ी समस्याओं में आराम मिलता है।
इसके अलिये आप पीपल की छाल और पीपल के पके फल के चूर्ण को बराबर मिलाकर पीस लें। आधा चम्मच मात्रा में दिन में तीन बार सेवन करने से दमे में लाभ होता है।
इसके अलावा पीपल के सूखे फलों को पीसकर 2-3 ग्राम की मात्रा में 14 दिन तक जल के साथ सुबह-शाम सेवन करें। इससे आपको सांस से जुड़ी समस्या और खांसी में लाभ होता है।
पेट दर्द में आराम दिलाए Relieve stomach ache –
अक्सर पेट से जुड़ी समस्याएँ हमें हो ही जाती है जिसमे पेट दर्द की समस्या सबसे आम है। ऐसे में अगर आप पीपल के पेड़ का इस्तेमाल करते हैं तो आप इस समस्या से बच सकते हैं। इसके लिए आप पीपल के पेड़ की इसके पत्तों से बने काढ़े का इस्तेमाल कर के पेट दर्द की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। दरअसल, एक शोध में यह सिद्ध हुआ है कि पीपल के पेड़ में पत्तों में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक (analgesic – दर्द निवारक गुण) पाए जाते हैं जो कि पेट दर्द और पेट में होने वाली सूजन से छुटकारा दिलाने में काफी फायदेमंद है।
ज्यादा प्यास लगने की समस्या में आराम दिलाए Give relief in the problem of excessive thirst –
अक्सर आपने देखा होगा कि कुछ लोगों को सामान्य से ज्यादा प्यास लगती है, ऐसे में उन्हें ज्यादा पानी लेने की वजह से किडनी से जुड़ी समस्याएँ होने की आशंका बनी रहती है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप पीपल के पेड़ की सूखी हुई छाल को जला कर उसका कोयला बना लें और फिर उसे पानी में डालकर ठंडा कर लें। इसके बाद आप उस पानी को साफ़ कर के पी लें। आप दिन भर में इसका एक गिलास ही लें। आपको जल्द से इस समस्या से आराम मिलना शुरू हो जायगा। इस पानी को आप ज्यादा लें, कई बार इसकी वजह से हिचकी आने की समस्या हो जाती है।
फटी एड़ियो से छुटकारा दिलाए Get rid of cracked heels –
आपने कभी न कभी फटी एड़ियों की समस्या का सामना जरूर किया होगा या आपने किसी न किसी को इस समस्या से जूझते हुए जरूर देखा होगा जिसके जिसके लिए वह कई तरह की क्रीम भी करते होंगे। लेकिन इस समस्या से पीपल की छाल आपको छुटकारा दिला सकती है। दरअसल, पीपल की छाल में एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जिस कारण इसे फूट क्रीम (पैरों के लिए) को तैयार करने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
डायरिया की समस्या में आराम दिलाए Give relief in the problem of diarrhea
डायरिया एक ऐसी समस्या है जो कि जिस व्यक्ति को हो जाए उसे काफी थका देती है और इस समस्या से छुटकारा पाने में भी काफी समय लगता है। इस समस्या में पतले दस्त आते हैं और यह दिन भर आते रहते हैं, जिसकी वजह से शरीर में पानी की कमी होने लगती है जिसको पूरा करने के लिए पानी पीते रहना जरूरी होता है। पानी पीने से शरीर में डायरिया की वजह से हुई पानी कमी तो पूरी हो जाती है, लेकिन डायरिया से छुटकारा नहीं मिलता। ऐसे में आप पीपल की छल की मदद से इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। दरअसल, पीपल की छाल में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। अगर इसकी छाल से निकलने वाले अर्क का सेवन किया जाए, तो यह डायरिया की समस्या को प्रभावी रूप से ठीक कर सकता है। आप पीपल की छाल से बने काढ़े का सेवन कर के भी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। बस ध्यान रहे काढ़ा दवाई होती है इसे पानी की तरह न लें।
भूख बढ़ाने में मदद करे Help increase appetite –
अगर आपको या आपके बच्चे को भूख कम लगती है और आप इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आ इसके लिए दवाओं की जगह पीपल का पेड़ इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको पीपल के पके हुए फलों का सेवन करना होगा जिससे आपको भूख से जुड़ी समस्या में आराम मिलना शुरू हो जायगा। अगर आपको पीपल के ताज़ा फल नहीं मिलते तो आप इसके सूखे या फलों से बने चूर्ण का भी सेवन कर सकते हैं। लेकिन इसकी कितनी मात्रा लेनी है इस बारे में डॉक्टर से बात करें।
हृदय को रखे स्वस्थ Keep heart healthy –
अगर आप अपने दिल को हमेशा स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आप इसके लिए पीपल के पेड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध में यह सिद्ध हुआ है कि पीपल के पत्ते दिल को स्वस्थ रखने में काफी मददगार होते हैं। अध्यन के अनुसार अगर पीपल का पत्ता रात भर भिगोकर रखा जाए और अगले दिन अर्क का सेवन तीन बार किया जाए, तो दिल से जुड़ी समस्याओं को कम किया जा सकता हैं। इसके अलावा पीपल ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस और सूजन को भी कम करता है साथ ही इसमें कार्डियोप्रोटेक्टिव गुण (हृदय रोगों से सुरक्षा प्रदान करने का गुण) भी पाया जाता हैं, जिससे के बार यह फिर साबित होता है कि यह पेड़ दिल के लिए काफी फायदेमंद है।
दांतों से जुड़ी समस्याओं को रखे दूर Keep teeth related problems away
अगर दांतों से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं और अपने दांतों को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आपको पीपल का इस्तेमाल करना चाहिए। दरअसल, एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार पीपल के पेड़ में बायोएक्टिव यौगिक (bioactive compound) पाए जाते हैं जो कि दांतों को साफ़ रखने में मदद करते हैं बल्कि मुंह से आने वाली दुर्गंध से भी छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं यह बायोएक्टिव यौगिक मसूड़ों की एलर्जी को भी सुधारने का भी काम कर सकते हैं। आपको बता दें कि पीपल के पत्तों से बने हुए तेल में स्टेरॉयड (Steroids), फ्लेवोनोइड्स (flavonoids), और एल्कलॉइड्स (alkaloids) बायोएक्टिव यौगिक पाए जाते हैं जो कि दांतों और ओरल हेल्थ में मदद करते हैं।
कब्ज की समस्या से छुटकारा पाए Get rid of constipation problem
अगर आप बार-बार कब्ज की समस्या का सामना कर रहे हैं तो आपको इस समस्या से जल्द से जल्द छुटकारा पा लेना चाहिए। क्योंकि लंबे समय तक कब्ज की समस्या की वजह से न केवल पेट से जुड़ी समस्याएँ होती है बल्कि इसकी वजह से बवासीर भी होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए पीपल के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको सुबह-सुबह ताज़ा और नए 5 से 10 पीपल के पत्तों का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आप छोटी पीपल की पत्तीओं से काढ़ा बना कर भी कब्ज से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए आपको 40 मिलीग्राम काढ़े का सेवन करना चाहिए जिससे आपका पेट तेजी से साफ़ हो जाता है।
रक्त साफ़ करे Clean the blood –
एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि हमारे शरीर में रक्त प्रवाह बिना किसी रूकावट के होता रहे और साथ ही रक्त साफ़ होना चाहिए। लेकिन आज कल सभी लोग रक्त से जुड़ी किसी न किसी समस्या से जूझ रहे हैं क्योंकि हमारा खानपान ही ऐसा हो चूका है। ऐसे में अगर आप अपना रक्त साफ़ रखना चाहते हैं तो इसके लिए आप पीपल का इस्तेमाल कर सकते हैं। आयुर्वेद में पीपल की पत्तियों को रक्त की अशुद्धता को दूर करके, त्वचा रोग को ठीक करने के लिए लिए इस्तेमाल किया जाता है। पीपल की पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं और एक वैज्ञानिक शोध के आधार पर यह भी बताया गया कि पीपल की पत्तियों के अर्क को पीने से रक्त शुद्ध हो सकता है।
डायबिटीज को काबू करे Control diabetes –
डायबिटीज की समस्या सबसे गंभीर है क्योंकि एक बार यह हो जाए तो इससे छुटकारा पाना काफी मुश्किल होता है। हाँ, लेकिन कुछ उपायों की मदद से इसे काबू किया जा सकता है। दवाओं के अलावा आप पीपल की मदद से भी मधुमेह यानि डायबिटीज को काबू कर सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध में देखा गया है कि पीपल में ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो ब्लड ग्लूकोज के स्तर को काफी हद तक कम कर सकते हैं और सीरम इंसुलिन की मात्रा भी बढ़ा सकते हैं। इस कारण से डायबिटीज के जोखिमों को कम किया जा सकता है।
आपने अभी तक जाना कि पीपल के पेड़ से हमें क्या-क्या फायदे हो सकते हैं। लेकिन इसकी वजह से आपको कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, इसलिए इसका इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए। आमतौर पर पीपल के पेड़ से निम्नलिखित नुकसान हो सकते हैं :-
पीपल पत्ते के कड़वे होते हैं जिसकी वजह से आपको इसका सेवन करने के बाद उलटी हो सकती है।
पीपल के पत्तों में कैल्शियम की मात्रा काफी ज्यादा होती है। ऐसे में इसका सेवन सिमित मात्रा में ही करना चाहिए, नहीं तो कैल्शियम की शरीर में अधिकता हो सकती है।
पीपल के पत्तों और बाकी हिस्सों में काफी मात्रा में फाइबर होता है जिससे पेट से जुड़ी समस्याएँ हो सकती है। बता दें कि फाइबर का ज्यादा सेवन करने से पेट में गैस, दर्द और मरोड़ की समस्या हो सकती है।
पीपल का सेवन रोग के अनुसार करना चाहिए। किसी रोग में पीपल के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है तो कुछ में छाल और कुछ में इसकी दाढ़ी। ऐसे में रोग की ठीक पहचान करने के बाद ही उपयुक्त हिस्से का प्रयोग किया जाना चाहिए। साथ ही इसकी कितनी मात्रा और कितने दिनों तक और एक दिन में कितनी बार इसका सेवन करना है यह रोगी की शारीरिक स्थिति और रोग के अनुसार ही बताया जा सकता है। इसलिए इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करें।
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