आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा बनाया गया फैमिली डॉक्टर प्रोग्राम को सरकारी अस्पतालों में लागू करने में दिक्कतें आ रही है, जिसको राज्य का स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जमीनी स्तर पर दूर कर रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते कहा कि कार्यक्रम के आधिकारिक लॉन्च में देरी होने की संभावना है क्योंकि स्वास्थ्य विंग के अधिकारी त्रुटिपूर्ण तरीके से और मुद्दों को सुधारने के बाद कार्यक्रम शुरू करने का प्रयास कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने 21 अक्टूबर को राज्य भर के 770 अस्पतालों में परियोजना के लिए परीक्षण शुरू किया और घोषणा की कि परियोजना अगले साल 1 जनवरी को आधिकारिक तौर पर शुरू की जाएगी। एक योग्य चिकित्सक हर महीने गांव का दौरा करेगा और प्रत्येक ग्रामीण के स्वास्थ्य की जांच करेगा। एक समर्पित स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाए रखा जाएगा और डॉक्टरों को ऑनलाइन परामर्श के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। अधिकारीयों ने इस कार्यक्रम के बारे में बताया कि कार्यकर्म का ट्रायल रन को जनता से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।
हालाँकि, अधिकारियों को क्रियान्वयन में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मध्य-स्तर के स्वास्थ्य कर्मियों, नर्सों की कमी और फील्ड-लेवल मैपिंग में मुद्दे और अन्य मुद्दे परियोजना के कार्यान्वयन को प्रभावित कर रहे हैं। इस बीच, लगभग 3,500 ग्रामीण स्वास्थ्य क्लीनिकों का निर्माण कार्य प्रगति पर है और उनके फरवरी 2023 तक तैयार होने की संभावना है।
परियोजना की निगरानी कर रहे प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) एमटी कृष्णा बाबू ने जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को ट्रायल रन की प्रगति से अवगत कराने और परियोजना के कार्यान्वयन में आने वाली हर बाधा को दूर करने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों ने इस बारे में मीडिया को कहा कि परियोजना का वास्तविक लॉन्च अगले साल मार्च में उगादी तक स्थगित होने की संभावना है।
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