ओस्टियोमलेशिया का अर्थ है "मुलायम हड्डियां।" ओस्टियोमलेशिया यानि अस्थिमृदुता एक ऐसी बीमारी है जो हड्डियों को कमजोर कर देती है और उन्हें अधिक आसानी से तोड़ सकती है। यह कम खनिजकरण का विकार (low mineralization disorder) है, जिसके परिणामस्वरूप हड्डी फिर से बनने की तुलना में तेजी से टूट जाती है। यह एक ऐसी स्थिति है जो वयस्कों में होती है। बच्चों में, विटामिन डी की अपर्याप्त मात्रा (insufficient vitamin D) से सूखा रोग (rickets) हो सकता है।
ऑस्टियोमलेशिया आमतौर पर विटामिन डी की कमी (अक्सर पर्याप्त धूप न मिलने से), या कम बार, पाचन या किडनी विकार (kidney disorders) के कारण विकसित होता है। कैल्शियम के अवशोषण और हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए विटामिन डी आवश्यक है। ये विकार विटामिन को अवशोषित करने की शरीर की क्षमता में हस्तक्षेप कर सकते हैं। दुर्लभ अनुवांशिक स्थितियां भी हैं जो ऑस्टियोमलेशिया का कारण बन सकती हैं।
ऑस्टियोमलेशिया के सबसे आम लक्षण हैं हड्डियों और कूल्हों में दर्द, हड्डी में फ्रैक्चर और मांसपेशियों में कमजोरी। इस बीमारी की वजह से मरीजों को चलने में भी दिक्कत हो सकती है।
ऐसे कई परीक्षण हैं जो यह निर्धारित करने के लिए किए जा सकते हैं कि किसी को ऑस्टियोमलेशिया है या नहीं।
सबसे महत्वपूर्ण संकेतक विटामिन डी का निम्न स्तर है, लेकिन कैल्शियम (calcium) का निम्न स्तर या फॉस्फेट के स्तर में महत्वपूर्ण गिरावट भी ओस्टियोमलेशिया का संकेत हो सकता है।
ऑस्टियोमलेशिया का कोई सबूत है या नहीं यह देखने के लिए एक्स-रे (x-ray) लिए जा सकते हैं।
अस्थि खनिज घनत्व स्कैन (bone mineral density scan) रोगी के अस्थि खंड में मौजूद कैल्शियम और अन्य खनिजों की मात्रा का मूल्यांकन करने में सहायक हो सकता है। ऑस्टियोमलेशिया का निदान करने के लिए इन स्कैन की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, वे मरीज की हड्डी के स्वास्थ्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दे सकते हैं।
शायद ही कभी, डॉक्टर हड्डी की बायोप्सी (bone biopsy) कर सकता है, जिसमें हड्डी के ऊतकों का एक नमूना लिया जाता है और उसकी जांच की जाती है।
ऑस्टियोमलेशिया वाले रोगी व्यक्तिगत मामले के आधार पर विटामिन डी, कैल्शियम या फॉस्फेट की खुराक ले सकते हैं। उदाहरण के लिए, आंतों के कुअवशोषण वाले लोगों (आंतें पोषक तत्वों या विटामिनों को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाती हैं) को बड़ी मात्रा में विटामिन डी और कैल्शियम लेने की आवश्यकता हो सकती है।
ऑस्टियोमलेशिया के लक्षणों को दूर करने या ठीक करने के लिए अन्य उपचारों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं :-
हड्डी की अनियमितताओं को कम करने या रोकने के लिए ब्रेसेस पहनना
हड्डी की विकृति को ठीक करने के लिए सर्जरी (गंभीर मामलों में)
सूर्य के प्रकाश का पर्याप्त संपर्क
ध्यान दें, कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के न लें। सेल्फ मेडिकेशन जानलेवा है और इससे गंभीर चिकित्सीय स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।
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