राज्य सरकार ने मंगलवार को विधान सभा को बताया कि गुजरात में सरकार द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में 1,900 से अधिक पद खाली पड़े हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि दिसंबर 2022 तक, कुल 14,403 स्वीकृत पदों में से 1,974 राज्य के पांच सरकारी मेडिकल कॉलेजों, चार प्रमुख सिविल अस्पतालों, पांच फिजियोथेरेपी कॉलेजों और दो डेंटल कॉलेजों में खाली पड़े थे।
मंत्री ने विधायकों के सवालों के लिखित जवाब में कहा कि अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, भावनगर और जामनगर में पांच सरकारी मेडिकल कॉलेजों में स्वीकृत 3,925 पदों के मुकाबले विभिन्न स्तरों पर 973 पद खाली हैं। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद, सूरत, जामनगर और वडोदरा में चार सरकारी अस्पतालों में 9,722 पदों में से 834 पद खाली पड़े हैं।
पांच सरकारी फिजियोथैरेपी अस्पतालों में स्वीकृत 318 पदों के मुकाबले 85 पद रिक्त हैं। अहमदाबाद और जामनगर के दो डेंटल कॉलेजों में 438 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 82 पद रिक्त थे।
इसके बाद हुई चर्चा के दौरान, वड़ोदरा के विधायक योगेश पटेल सहित कई भाजपा विधायकों ने सरकारी अस्पतालों में कर्मचारियों की कमी के बारे में चिंता व्यक्त की और जानना चाहा कि ये पद कब भरे जाएंगे।
मंत्री ने कहा कि सरकार लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और खाली पदों को नियमित अंतराल पर भरा जा रहा है।
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