यौन संबंध बनाने के दौरान जब वीर्य (स्पर्म) समय से पहले या एक मिनट से पहले निकल जाते है, तो इसी समस्या को शीघ्रपतन (Premature ejaculation) कहते है। ये कोई बीमारी नहीं है बल्कि एक समस्या है जो सेक्स के दौरान होता है ।
इस समस्या के कारण फिजिकलि और मेंटली दोनों तरह परेशानी का सामना करना पड़ता है। ये खास कर आदमियों मे पाया जाता है, लगभग 30 से 40 फीसदी मर्दों मे पाया जाता है।
शीघ्रपतन को रोकने के लिए कई दवाई और थेरपी मौजूद जो इस समस्या से निजात दिलाने मे मदद करते है ।
ये एक थर्ड लाइन दवा है शीघ्रपतन के लिए, अगर SSRI ग्रुप ऑफ ड्रग और क्लोमीप्रमालीण प्रभावित न करे तो ट्रामाडोल मे शीघ्रपतन को ठीक करने की क्षमता होती है।
ट्रामाडोल (Tramadol) शीघ्रपतन के लिए एक बेहतर विकल्प है और ये इस समस्या से जुड़े किसी तरह के दर्द से भी आराम देता है ।
याद रखे ये ओपीऑइड जैसी दवाई है तो इस से अडिक्शन या साइड इफेक्ट हो सकता है।
हमेशा अपने डॉक्टर से पुछ कर या सलाह कर के ही यह दवाई ले ।
डयपॉक्सटिन (Dapoxetine) शीघ्रपतन के उपचार में एकमात्र लाइसेंस प्राप्त दवा है। इसे 60 देशों में शीघ्रपतन के इलाज के लिए मंजूरी दी गई है।
डयपॉक्सटिन एक SSRI (selective serotonin reuptake inhibitors) दवा है जिसे विशेष रूप से शीघ्रपतन के ऑन-डिमांड उपचार के लिए विकसित किया गया है। इसे जरूरत पड़ने पर ही लेना होता है और यौन संबंध बनाने के 1-3 घंटे पहले लिया जाता है।
Dapoxetine स्तंभन दोष, स्खलन दोष और कामेच्छा में कमी का इलाज करता है।
इसके साइड इफेक्ट्स में सिरदर्द, चक्कर आना, उल्टी आना, डियारिया और कुछ मामलों में, बेहोशी शामिल हो सकते हैं।
भारत मे इसका डयपॉक्सटिन 30 mg ब्रांड उपलब्ध हो सकता है ।
किसे ये दवा नहीं लेना है – जो 18 वर्ष से कम और 65 वर्ष से ऊपर है और महिलयों को ये दवा नहीं लेना है ।
इस क्रीम को शीघ्रपतन मे इस्तेमाल के लिए प्रभावशाली माना जाता है । इस क्रीम को यौन संबंध के 20-40 मिनट पहले लगाया जाता है ।
शोधकर्ता ने पाया की अगर इस क्रीम को यौन संबंध के 30 मिनट पहले इस्तेमाल किया जाए तो ज्यादा फायदेमंद साबित होगा।
2002 के एक स्टडी मे इसकी प्रभावित दर शीघ्रपतन के लिए 5 प्रतिशत मापी गई ।
ऐसे ही कई और क्रीम या ऐनिस्थेटिक स्प्रे मेडिकाली मौजूद है जो शीघ्रपतन की समस्या को खत्म करने मे सहयोग देता है, जिसे आप डॉक्टर के सलाह पर उपयोग कर सकते है ।
क्लोमीप्रामाइन ट्रीसईक्लीक एंटी-डीपरेसेन्ट (tricyclic antidepressant) है। शीघ्रपतन के ऑन- डिमान्ड उपचार के रूप मे बेहतर और प्रभावी होता है।
जो लोग शीघ्रपतन से जूझ रहे है उन्मे इसके डोसे लेने से intravaginal ejaculation latency time (IELT) को बढ़ा देता है और इसके साथ ही मरीज या फिर कपल के लिया शारीरिक संतुष्टि को बढ़ा देता है ।
इसका साइड इफेक्ट भी काफी है जैसे थकान, बेहोशी आना, हाइपोटेंशन, आदि जो इसके इस्तेमाल को लिमिटेड कर देता है ।
इस दवा को डॉक्टर के प्रिस्क्रीप्शन के द्वारा ही इस्तेमाल करे, खुद से नहीं ले ।
एंटी डिप्रेसन्ट (Anti-depressant)- कई तरह का एंटी डिप्रेसन्ट शीघ्रपतन के देरी मे जिम्मेदार होता है जैसे सिलेक्टिव सेरोटोनिन रीपटेक इनहिबिटर (एसएसआरआई), जैसे एस्किटालोप्राम (लेक्साप्रो), सर्ट्रालीन (ज़ोलॉफ्ट), पेरॉक्सेटिन (पैक्सिल) या फ्लूक्साइटीन (प्रोज़ैक, सराफेम), का उपयोग देरी से स्खलन में मदद के लिए दिया जाता है।
ओरल मेडीकेशन के अलावा कुछ थेरपी भी शीघ्रपतन के लिए उपयोगी साबित होता है :-
• बिहेवियरल थेरपी
• सेक्स थेरपी
• सीइकोथेरपी (मनोचिकित्सा)
• पेल्विक फ्लोर रीहैबीलीसिऑन प्रोग्राम
• टापिकल थेरपी
मरीज के शीघ्रपतन के परेशानी को देखते हुए डॉक्टर उसके अनुसार दवाई या थेरपी के इलाज को अपनाएंगे, इस बात का ध्यान रखना है की आप खुद से कोई मेजर दवा या थेरपी को न करे।
Recipient of Padma Shri, Vishwa Hindi Samman, National Science Communication Award and Dr B C Roy National Award, Dr Aggarwal is a physician, cardiologist, spiritual writer and motivational speaker. He was the Past President of the Indian Medical Association and President of Heart Care Foundation of India. He was also the Editor in Chief of the IJCP Group, Medtalks and eMediNexus
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