कोरोना वायरस के खतरे के बीच 23 अप्रैल से रमज़ान शुरु हो रहे हैं । रमज़ान का यह त्यौहार 23 मईं तक चलेगा यानि पूरा एक महीना । परंतु ऐसे में रमजान करने वालों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, इन सवालों के जवाब बता रहे हैं देश के जाने-माने डॉक्टर और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के.के.अग्रवाल ।
नहीं, रमज़ान में किसी भी प्रकार के बदलाव की ज़रुरत नहीं है । रमज़ान में पांच वक्त नमाज़ पढ़ी जाती है, इसी वजह से पांच बार हाथ, पैर साफ किए जाते हैं और कुल्ला किया जाता है । यह सब कोरोना से बचाव का काम करेंगे लेकिन एक बात का ध्यान रखें, कृपा करके बाहर न जाएं और न घर से किसी को जाने दें । ऐसा करने से कोविड 19 के संक्रमण की संभावना कम हो जाएगी ।
नहीं, इस समय खरीदारी करने या बाजार जाने में खतरा है । वैसे हर जगह लॉकडाउन है तो दुकानें नहीं खुलेंगी और न ही कोई लेन-देन की जाएगी । इसीलिए बेहतर यही है कि आप सिर्फ खान-पान का ज़रुरी सामान खरीद कर लाएं और अभी जो उपलब्ध में उसी में काम चलाएं । ज्यादा आपा-धापी न करें ।
यह सवाल बहुत ज़रुरी है, ऐसे वक्त में जब देश में लॉकडाउन है और रमजान में पूरे दिन बिना कुछ खाए रहना पड़ता है तो ऐसे में अपने एक वक्त के भोजन में जितना हो सके प्रोटिन और विटामिन युक्त पदार्थों का सेवन करें ।
इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि पानी जितना हो सके पीएं । इसके दो कारण हैं, पहला यह कि गर्मियां शुरु हो चुकी हैं और ऐसे में अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए जो अक्सर हो जाती है तो शरीर डीहाईड्रेट होनी शुरु हो जाती है, जिस वजह से स्वास्थ्य बिगड़ सकता है वहीं दूसरा कारण यह है कि जब हम नियमित तौर पर पानी पीते हैं तो पानी शरीर में मौजूद दूषित पदार्थों, वायरस और किटाणुओं को शरीर से बाहर निकालता रहता है, जिससे शरीर स्वस्थ रहता है, इसलिए जितना हो सके पानी पीएं ।
डॉ. अग्रवाल ने सवालों के जवाब देने के साथ-साथ रमजान कर रहे लोगों को कुछ सावधानियां बरतने के लिए भी आगाह किया है –
कोरोना वायरस से बचाव का एक मूलमंत्र सफाई है इसलिए अपने आसा-पास स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें । अगर आप किसी भी सतह पर हाथ लगाएं तो उसके बाद20 सेकंड तक हाथों को अच्छे से धोएं ।
अगर किसी को जुकाम, खांसी या छींके आ रही हैं तो उससे करीब 2 मीटर की दूरी बनाएं ।
सैनिटाइजर से हाथों को कीटाणुरहित रखें ।
ध्यान रहे कि वो चीजें, जिनका आप सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं जैसे मोबाइल या दूसरी चीजें, उन्हें साफ और किटाणुरहित रखें ।
खांसी या फिर छींक आने के बाद अपने टिशू को बंद करके उसे फौरन डस्टबिन में फेंक दें ।
यदि बुखार, बलगम के साथ सांस लेने में दिक्कत हो रही हो तो इसे नजरअंदाज ना करें, फौरन नज़दीकी अस्पताल से संपर्क करें । यह न सोचें कि रमजान टूट जाएगा, जान है तो जहान है ।
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