एक ओर जब भारत में एक ही दिन में 4 लाख नए कॉविड केसेस आने का रिकॉर्ड 30 अप्रैल को बन गया है, जो विश्व के किसी भी देश में एक दिन में आए केसेस की संख्या का सर्वाधिक है, तब अस्पतालों में बेड नहीं मिलने की समस्या और बढ़ने वाली है।
देश के विभिन्न राज्यों के अनेक शहर जिनमें कई महानगर भी शामिल हैं, के अस्पताल बेड की भारी कमी से जूझ रहे हैं। ऑक्सीजन और अन्य दवाओं की कमी लगातार बनी हुई है। लेकिन उससे पहले के प्राथमिक उपचार के लिए भी बेड्स नहीं मिल पा रहे हैं।
ऐसे में कोविड-19 का घर पर उपचार अत्यंत महत्वपूर्ण हो चला है। घर पर कोविड-19 के इलाज के लिए आप को तैयार रहना चाहिए, ताकि अस्पतालों में जगह न मिलने पर घर पर ही आप इस बीमारी का उपचार कर सकें।
इस आर्टिकल में हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ के के अग्रवाल आपको यह बता रहे हैं कि किन टूल्स की मदद से आप स्वयं और घर के दूसरे लोगों को घर पर ही इस बीमारी के उपचार में मदद कर सकते हैं।
ऑक्सीमिटर सहित अन्य उपकरण होना जरूरी
डॉ अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 के घर पर उपचार के लिए हमारे पास इससे जुड़े उपकरण होना आवश्यक है। यह बेहतर होगा कि आप एक ऑक्सीमीटर, नेबुलाइजर सहित अन्य उपकरण खरीद लाएं। इसके अलावा सैनिटाइजर, मास्क, ग्लव्ज भी घर में रखना बेहतर है।
आवश्यकता पड़ने पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था भी की जा सकती है। कृत्रिम ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ने पर यह बहुत महत्वपूर्ण और उपयोगी साबित हो सकता है। ऐसे में इमरजेंसी के लिए आप कंसंट्रेटर की व्यवस्था भी रखें। 5 लीटर क्षमता वाला ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सामान्य परिस्थितियों में एक मरीज के लिए पर्याप्त होता है।
चिकित्सक के निर्देशों का पालन करें
डॉ अग्रवाल ने बताया कि घर पर उपचार करने वाले मरीज चिकित्सकों द्वारा बताए गए निर्देशों का आवश्यक रूप से पालन करें। यदि मरीज घर पर सावधानियां रखता है और निर्देशों का पालन करता है तो वह घर पर ही ठीक हो सकता है।
आवश्यक है कि वह निम्नलिखित बातों का ख्याल रखे.
• वह भाप लेता रहे।
• गुनगुना पानी पिए, नमकीन पानी से गरारे करे.
• डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं या दवाओं की किट अनुसार समय पर दवाइयां ले,.
• परिवार से अलग रहे.
• पर्याप्त आराम करें और मानसिक स्थिति को सकारात्मक बनाए रखें।
• थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर, स्ट्रीमर, स्पीरोमीटर आदि पास रहे.
• पर्याप्त अंतराल में ऑक्सीजन का स्तर जांचते रहे.
• साथ ही आकस्मिक स्थिति के लिए चिकित्सक से संपर्क करें।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि यदि हम इन उपचार पद्धतियों को अपनाते हुए घर पर भी रहेंगे, तो भी कोविड से विजय पाई जा सकेगी।
ऑक्सीजन हो कम तो करें डॉक्टर से संपर्क
घर पर होम आईसोलेशन में उपचार के दौरान आपको सतत रूप से अपने ऑक्सीजन के लेवल पर निगाह रखनी चाहिए, यदि यह ९४ से नीचे जाता है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
होम आईसोलेशन में रहने वाले बुजुर्गों को भी अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए. खासकर शुगर, ह्रदय रोग, या इससे समबन्धित रोगों के मरीजों को चिकित्सक के मार्गदर्शन में ही होम आईसोलेशन में रहना चाहिए.
एक महत्वपूर्ण धयान रेमडेसिविर को लेकर रखना चाहिए. कभी भी यह इंजेक्शन घर पर नहीं लेना चाहिए. इसे अस्पताल में डॉक्टर की निगरानी में ही लें.
यदि मरीज को अन्य कोई बीमारी भी है तो चिकित्सक से बात कर वह दवाई भी लेते रहना चाहिए
Please login to comment on this article